नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने गुरुवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था 2030 तक 6500 से 7,000 अरब डाॅलर की हो जाने का अनुमान है. वहीं, 2035-40 तक यह 10,000 अरब डाॅलर की हो जायेगी. उन्होंने कहा कि इसके विपरीत प्रति व्यक्ति आय 2030 तक केवल 4,000 अरब डाॅलर रहेगी जो, कई अन्य देशों से अब भी भी कम है.
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देबरॉय ने यहां स्कॉच शिखर सम्मेलन में कहा कि वर्ष 2030 तक देश की राष्ट्रीय आय 6,500 से 7,000 अरब डाॅलर होगी. अगर विनिमय दर वही रहती है, जो आज है, तो देश की अर्थव्यवस्था 2035-40 तक 10,000 अरब डाॅलर की हो जायेगी. नीति आयोग के सदस्य ने यह भी कहा कि अगर विनिमय दर बढ़ती है, तो देश की अर्थव्यवस्था 2035 से पहले ही 10,000 अरब डाॅलर की हो जायेगी. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ने के साथ भारत उल्लेखनीय रूप से एक अलग देश होगा और वैश्विक मंच पर इसकी भूमिका बढ़ेगी.
देबरॉय ने यह भी कहा कि लोग आज सरकारी नौकरी नहीं तलाश रहे, बल्कि अब ज्यादा से ज्यादा लोग दूसरे को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं. जमीन से जुड़े मुद्दे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक जटिल मुद्दा है और भारत में इसका अकुशल तरीके से उपयोग हुआ है. देबरॉय ने कहा कि हमारे पास जमीन के स्वामित्व के संदर्भ में स्पष्ट प्रणाली नहीं है.
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