तेल अवीव/नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दिवसीय इजरायज यात्रा गुरुवार की शाम समाप्त हो गयी. इस दौरान उन्होंने रक्षा, तकनीक आैर अंतरिक्ष विज्ञान के साथ-साथ नवोन्मेष में इजरायल के साथ समझौते किये हैं. देश में नवोन्मेषी कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के न्योते के बाद भारत के स्टार्टअप इंडिया का हिस्सा बनने के लिए इजरायली कंपनियां राजी हो गयी हैं. बताया जा रहा है कि इजरायली कंपनियां स्टार्टअप इंडिया के तहत भारत में निवेश करेंगी. इजरायली उद्योग आैर वहां की कंपनियों को स्टार्टअप इंडिया पहल में भाग लेने का न्योता देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने कारोबार सुगमता की स्थिति में सुधार और भारत को एक वैश्विक विनिर्माण संकुल बनाने के लिए काफी काम किया है.
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मोदी ने भारत-इजरायल सीईओ मंच की पहली बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमने कारोबारों और कंपनियों के समक्ष आने वाले कई नियामकीय और नीतिगत मुद्दों को सुलझा लिया है. प्रधानमंत्री की इजरायल यात्रा के दौरान 5 अरब से अधिक के सहमति ज्ञापनों (एमओयू) पर दस्तखत किये गये. मोदी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को सबसे बड़ा आर्थिक सुधार करार देते हुए कहा कि भारत अब आधुनिक, पारदर्शी, स्थिर और अनुमान लगाने योग्य कर व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है.
भारत-इजरायल सीईओ मंच को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कंपनियों के समक्ष आ रहे नियामकीय और नीतिगत मुद्दों को हल किया गया है और सरकार भारत को विनिर्माण संकुल के रुप में पेश कर रही है. भारत-इजरायल सीईओ मंच की यह बैठक पहली बार हुई है. बैठक में दोनों देशों के द्विपक्षीय कारोबार को पांच साल में मौजूदा के 5 अरब से 20 अरब पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. मोदी ने कहा कि जीएसटी भारत का अब तक का सबसे बड़ा कारोबारी और आर्थिक सुधार है. अब हम ऐसी कर व्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं, जो आधुनिक, पारदर्शी, स्थिर और अनुमान लगाने योग्य है.
मोदी की ऐतिहासिक इजरायल यात्रा के दौरान अलग से 5 अरब के सहमति ज्ञापनों (एमओयू) पर दस्तखत हुए हैं. उन्होंने कहा कि भारत-इ्स्राइल रिश्तों में एक नया अध्याय जुड़ चुका है. इसकी सबसे बड़ी ताकत लोगों के जीवनस्तर में सुधार के लिए अवसर हैं. दोनों देशों के संबंधों पर मोदी ने कहा कि भारत और इजरायल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रतिभाएं दुनिया की बेहतरी के लिए अद्भुत प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इजरायल को स्टार्टअप देश माना जाता है. यहां नवोन्मेषण और इंक्यूबेशन का पारिस्थितिकी तंत्र है जिसका श्रेय इजरायली उद्यमियों को जाता है.
मोदी ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया में भारत-इजरायल भागीदारी के लिए व्यापक संभावनाएं हैं. मुझे इस बात की खुशी है कि आज भारत-इजरायल स्टार्टअप ब्रिज औपचारिक तौर पर शुरू किया गया है. सीईओ फोरम ने छह संयुक्त समितियां भी गठित की हैं, जो स्टार्ट अप, फार्मा और जीव विज्ञान, घरेलू सुरक्षा, कृषि, ऊर्जा और जल क्षेत्रों से संबंधित हैं.
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