Nokha Vidhan Sabha: कभी इस सीट फहराता था बीजेपी का पताका, अब RJD के सामने बेबस NDA
Nokha Vidhan Sabha: नोखा विधानसभा सीट बिहार के रोहतास जिले में स्थित एक राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है. यह सीट समय-समय पर कई दलों के बीच संघर्ष का केंद्र रही है. 2020 और 2015 में राजद की अनीता देवी ने जीत दर्ज की, जबकि भाजपा और कांग्रेस का भी यहां मजबूत इतिहास रहा है.
Nokha Vidhan Sabha: बिहार के रोहतास जिले की नोखा विधानसभा सीट ने समय के साथ कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखे हैं. यह सीट 2020 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से राजद के पक्ष में गई. राजद उम्मीदवार अनीता देवी ने जदयू प्रत्याशी नगेंद्र चंद्रवंशी को 15000 से अधिक मतों के अंतर से हराकर दूसरी बार जीत दर्ज की. इस चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के कृष्ण कबीर तीसरे स्थान पर रहे.
पहले था बीजेपी का प्रभाव
इससे पहले 2015 में भी नोखा के मतदाताओं ने अनीता देवी पर भरोसा जताया था, जिससे यह साबित हुआ कि दो चुनावों तक राजद का प्रभाव इस क्षेत्र में मजबूत बना रहा. हालांकि इससे पूर्व लंबे समय तक नोखा भाजपा के प्रभाव क्षेत्र में रही है. भाजपा के रामेश्वर प्रसाद यहां से लगातार चार बार विधायक चुने गए और वर्ष 2000 से 2015 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व करते रहे.
इतिहास
नोखा विधानसभा सीट पर 1967 तक कांग्रेस का दबदबा रहा. अब तक कुल विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 5 बार, भाजपा ने 4 बार, जनता दल और जनता पार्टी ने 2-2 बार, जबकि राजद ने भी 2 बार जीत हासिल की है. इसके अलावा, एक-एक बार जनता पार्टी (सेक्युलर) और कांग्रेस (ओ) ने भी यहां से जीत दर्ज की है.
जदयू को अभी तक नोखा से जीत नसीब नहीं हुई है. यह सीट अब भी आगामी चुनावों में राजनीतिक दलों के लिए अहम रणनीतिक केंद्र बनी हुई है, जहां पर जातीय समीकरण, विकास और पार्टी गठजोड़ बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
