Goriakothi Assembly constituency: भाजपा बनाम महागठबंधन! देवेशकांत सिंह के गढ़ में कौन देगा चुनौती?

Goriakothi Assembly constituency: गोरियाकोठी विधानसभा सीट सीवान जिले में स्थित है और जातीय समीकरणों व उम्मीदवार की छवि पर आधारित राजनीति के लिए जानी जाती है. यहां भाजपा, राजद और जदयू के बीच मुकाबला होता रहा है. वर्तमान में भाजपा के देवेशकांत सिंह विधायक हैं. 2025 में कड़ी टक्कर की संभावना है.

By Nishant Kumar | July 11, 2025 6:11 PM

Goriakothi Assembly constituency: गोरियाकोठी विधानसभा सीट बिहार के सीवान जिले की एक अहम विधानसभा सीट है, जो 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. यह सीट महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है और ग्रामीण तथा कृषि प्रधान इलाका है. पहले बसंतपुर और लकड़ी-नबीगंज प्रखंडों के हिस्सों को मिलाकर यह सीट बनाई गई थी। यहां की राजनीति जातीय समीकरणों और उम्मीदवारों की व्यक्तिगत छवि पर टिकी होती है. इस क्षेत्र में यादव, ब्राह्मण और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं, जबकि अनुसूचित जाति की हिस्सेदारी लगभग 11% और अनुसूचित जनजाति की 1% के आसपास है.

क्या है राजनीतिक इतिहास ? 

राजनीतिक इतिहास की बात करें तो यहां पर पहले कांग्रेस, जनता दल और फिर भाजपा और राजद जैसी पार्टियों का प्रभाव रहा है. 2010 में भाजपा के भीमेंद्र नारायण सिंह ने जीत दर्ज की थी, वहीं 2015 में राजद के सत्यदेव प्रसाद सिंह विधायक बने. 2020 के चुनाव में भाजपा के देवेशकांत सिंह ने राजद की नूतन देवी को लगभग 11,891 वोटों से हराया. देवेशकांत सिंह पूर्व विधायक भीमेंद्र नारायण सिंह के बेटे हैं. सत्यदेव प्रसाद सिंह एक समय भाजपा में थे, लेकिन बाद में राजद और फिर जदयू में चले गए, जिससे क्षेत्र में व्यक्तिगत छवि की राजनीति का संकेत मिलता है.

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क्या है मौजूदा हालात ? 

वर्तमान में गोरियाकोठी सीट पर भाजपा का कब्जा है, लेकिन राजद-जदयू गठबंधन की चुनौती 2025 के चुनाव में मजबूत मानी जा रही है. यह सीट कभी किसी पार्टी की स्थायी नहीं रही, बल्कि यहां के मतदाता अक्सर उम्मीदवार की लोकप्रियता और जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर निर्णय लेते हैं इसलिए, आगामी विधानसभा चुनावों में यहां कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.