10 सितम्बर को पूरा विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के रूप में मनाता है
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO)भी इसमें भागीदार है. विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाने के पीछे यह उद्देश्य है कि विश्व में तेजी से बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति पर रोक लगाई जा सके.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डेटा के अनुसार, विश्व में हर 40 सेकेंड में एक शख्स सूसाइड करता है.
प्रत्येक वर्ष तकरीबन 8 लाख से अधिक लोग अलग-अलग कारणों से अपनी जान दे देते हैं. विश्व में 79 फीसदी आत्महत्या निम्न और मध्यवर्ग वाले देशों के लोग करते हैं.
जहां गरीब मजबूरी में अपनी जिंदगी खत्म कर रहा है तो जिन लोगों के पास सुख सुविधाएं हैं, वो मानसिक अवसाद के शिकार हो कर मौत को गले लगा रहे हैं. चाहे वो बड़े बड़े बिजनेसमैन हो या फिल्म स्टार
आज जरुरत है हमें खुद को अपनों से जोड़ने की, अपने परिवार के साथ समय बिताने की और कुछ भी दिल में आए तो उसे दूसरे के साथ साझा करने की। कहते हैं न कि खुशी बांटने से बढ़ती है और दुःख कम होता है।