लोगों को निमोनिया के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से 12 नवंबर को विश्व निमोनिया दिवस मनाया जाता है.
ज्यादातर बच्चों में निमोनिया हर आयु वर्ग के लिए चिंता का विषय है. इतना ही नहीं बुजुर्गों में निमोनिया का बढ़ा हुआ स्तर जानलेवा भी हो सकता है.
निमोनिया शरीर को कमजोर बनाता है. जिसके चलते हमारे शरीर की उर्जा कम हो जाती है. ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने के लिए आहार में साबुत अनाज जैसे रागी, बाजरा, जौ, एक प्रकार का अनाज, क्विनोआ, जई आदि को शामिल कर सकते हैं.
हरी सब्जियों को सेहत के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है. हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए, सी, फाइबर, पोटेशियम और कई अन्य आवश्यक विटामिन पाए जाते हैं. जो निमोनिया के संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं.
खट्टे फल विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर माने जाते है. जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद कर सकते हैं. निमोनिया के संक्रमण से बचने के लिए डाइट में खट्टे फलों को शामिल कर सकते हैं.
सर्दियों के मौसम में निमोनिया का ज्यादा खतरा रहता है. ऐसे में आप अपनी डाइट में अंडे को शामिल कर सकते हैं. अंडे की तासीर गर्म होती है और ये न्यूट्रिएंट्स का खजाना है. अंडे के सेवन से निमोनिया को कंट्रोल किया जा सकता है.
हल्दी में मौजूद एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण निमोनिया के इंफेक्शन से बचाने में मदद कर सकते हैं. हल्दी दूध का सेवन करने से सांस की तकलीफ से भी बचा जा सकता है.