हर साल 14 नवंबर (14 November) को विश्व मधुमेह दिवस (World Diabetes Day) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में डायबिटीज को लेकर जागरूकता बढ़ाना है.
कभी कभी, छोटे परिवर्तन एक बड़ा फर्क ला सकते हैं. मधुमेह को रोकने के लिए जीवनशैली में हस्तक्षेप(बदलाव) सबसे अच्छा उदाहरण है. मधुमेह निवारण कार्यक्रमों पर कई अध्ययनों ने साबित किया है कि मधुमेह को आसीन जीवनशैली छोड़, स्वस्थ परिवर्तन अपनाकर प्रभावी ढंग से रोका जा सकता है.
हम सभी नीम के गुणों से वाकिफ हैं. नीम के पत्ते शुगर लेवल को कम करने में काफी मददगार साबित होते हैं. रोज सुबह खाली पेट नीम की कुछ पत्तियों को खाने या पीसकर पानी के साथ लेने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है
जामुन का इस्तेमाल शुगर को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है. यह डायबिटीज से भी लड़ने में मददगार साबित होता है. सिर्फ जामुन ही नहीं, जामुन के पत्ते भी शुगर का इलाज करने में मदद करते हैं.
शर्करा परीक्षण करने से आपको समझने में मदद मिलेगी कि यदि आपको पूर्व मधुमेह है या नहीं या इसके विकास की संभावनाएं कितनी हैं. यदि आपको प्रीडायबिटीज है, आप इसे रोकने के लिए सही कदम उठा सकते हैं और इसे अपरिवर्तनीय मधुमेह में बदलने से रोक सकते हैं.
तुलसी की पत्तियों में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं. इसके अलावा इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं. इसलिए रोज सुबह तुलसी की 2 से 3 पत्तियों का सेवन जरूर करना चाहिए.
अगर आप चाय पीने के आदी हैं, तो इस आदत को भी बदलने की जरूरत है. यदि आप एक सेहतमंद जिंदगी चाहते हैं तो आपको कुछ छोटे-छोटे बदलाव करने की जरूरत है. कोशिश करें कि कम से कम चाय पीएं.