भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या को राम मंदिर निर्माण के साथ ही सजाने-संवारने का काम भी बड़ी तेजी के साथ किया जा रहा है. योगी सरकार अयोध्या को विश्व स्तर पर पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है.
अयोध्या 2028 तक आयुष्मान, सुरम्य, सुगम्य, भावनात्मक, सक्षम, सांस्कृतिक, स्वच्छ और आधुनिक, इन 8 स्वरूपों में पूरी तरह विकसित हो जाएगी. इसके लिए अयोध्या नगरी को विश्व स्तरीय बनाने के लिए हजारों करोड़ों की परियोजनाओं में और तेजी आ गई है.
हर साल देश-विदेश से आने वाले लाखों पर्यटकों व श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए अयोध्या तेजी से तैयार हो रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पूरे प्रोजेक्ट की समीक्षा कर प्रगति देख रहे हैं.
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 30923 करोड़ रुपये की 264 परियोनाओं को पूरा करने के लिए 37 विभागों को जिम्मा दिया गया है. रामपथ का काम 40 प्रतिशत पूरा हो गया है और इसे दिसंबर तक पूरा करना है.
रामपथ, भक्ति पथ व श्रीराम जन्मभूमि पथ इन तीनों कॉरिडोर में 14 किमी में फसाड सौंदर्यीकरण का काम लोक निर्माण विभाग को करना है.
छह प्रवेश द्वार की डीपीआर तैयार कर ली गई है. इस पर जल्द काम शुरू होगा. इनमें 22667 करोड़ रुपये की योजनाओं पर काम तेजी से चल रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पूरे प्रोजेक्ट की समीक्षा खुद कर रहे हैं. इसके लिए 30923 करोड़ रुपए की 264 परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 37 विभागों को जिम्मा दिया गया है.