Shaurya Punj
दुनिया में आपको सात महाद्वीप के बारे में पता होगा. लेकिन एक 'आठवां' महाद्वीप भी है, जिसके अस्तित्व पर वैज्ञानिकों ने मुहर लगा दी है.
375 सालों बाद वैज्ञानिकों ने Zealandia के अस्तित्व को लेकर अपनी मुहर लगा दी है. यह महाद्वीप 1.89 मिलियन वर्ग मील में फैला हुआ है.
जीलैंडिया नामक महाद्वीप, प्रशांत महासागर के दक्षिणी क्षेत्र के अंदर लगभग 3500 फीट गहरा है. इस महाद्वीप को लेकर चारों ओर बहुत बहस चल रही है कि इसे क्या कहा जाना चाहिए या नहीं.
साल 2017 में भूवैज्ञानिकों ने माना कि Zealandia महाद्वीप का अस्तित्व है, जिसका अधिकांश भाग पानी में है, जो कि 6560 फीट यानि करीब दो किलोमीटर पानी के नीचे हैं.
नए महाद्वीप का अधिकांश हिस्सा पानी के नीचे है. 2 किमी की गहराई में जाने पर आपको जीलैंडिया मिलेगा. जीलैंड क्राउन रिसर्च इंस्टीट्यूट जीएनएस साइंस के भूवैज्ञानिकों में से एक एंडी टुलोच के मुताबिक जीलैंडिया की खोज दिखाती है.
इसका अधिकांश हिस्सा पानी में डूबा होने का बाद भी यह धरती की बनावट को लेकर कई राज के साथ है, जिस पर शोधार्थी काम कर रहे हैं.
जीलैंडिया पर अभी भी शोध जारी है. इस सवाल का भी जवाब नहीं मिला है कि ये पानी के नीचे कब और क्यों डूबा? इस विषय में भी कोई जानकारी नहीं है कि इस महाद्वीप पर कौन रहता था? डायनासॉर्स या कोई अन्य जीव?