Shaurya Punj
विदेश यात्रा करने का शौक कई लोगों को होता है. ईरान के बारे में पता लगा कि वहां की बड़ी आबादी विदेशियों से दूर-दूर रहती है.
दुनिया के सौ देशों में काम कर रही डेटाबेस संस्था वर्ल्ड वैल्यूज सर्वे (WVS) और लंदन के किंग्स कॉलेज ने मिलकर एक सर्वे किया.
मुस्लिम मेजोरिटी वाले देश में करीब 42 प्रतिशत लोगों ने बाहरी लोगों के लिए भेदभाव वाली बातें की
यूनाइटेड नेशन्स की साल 2022 की रिपोर्ट मानती है कि उस अकेले साल में रिकॉर्ड संख्या में लोगों को मौत की सजा दी गई. इसमें 3 माइनर भी शामिल थे.
अलग-अलग प्रोटेस्ट में 20 हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार हुए. इससे अनुमान लग सकता है कि ईरान में बाहर से गए लोगों के साथ क्या हो रहा होगा.
साल 1926 में वहां पर अजरबैजानी भाषा पर बैन लगा दिया गया. बात यहीं खत्म हो पाती, तो भी शायद ठीक रहता, लेकिन पाबंदी के साथ ये भी कहा गया कि अगर कोई ये भाषा बोले तो उसे बंदरों के बाड़े में डाल दिया जाए.
इकनॉमिक एंड सोशल रिसर्च काउंसिल के शोधकर्ताओं ने दावा किया कि ब्रिटेन में हर 3 अल्पसंख्यकों में से 1 ने हेट क्राइम झेला.