हर साल करोड़ों खर्च कर नालियों का होता है निर्माण, फिर भी तालाब बन रही सड़क

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ऐसे ही राजधानी रांची में कई जगह है, जहां तेज बारिश होते ही वहां का मोहल्ला डूब जाता है. हलधर प्रेस गली का पूरा मोहल्ला तेज बारिश होते ही जलमग्न हो जाता है. यह स्थिति पिछले चार सालों से बनी हुई है. हालात ऐसी हो गई है कि बरसात के दिनों में कई लोग अपना घर छोड़ रिश्तेदार के चल चले जाते हैं.

हलधर प्रेस गली | प्रभात खबर

वहीं, हल्की बारिश में भी आइटीआइ बजरा के पास सड़क पर जलजमाव की समस्या आम बात है. तीन सालों से सड़क की यही स्थिति है. स्थानीय दुकानदारों के अनुसार सड़क तो बना दी गई है लेकिन पानी निकासी का कोई रास्ता ही नहीं है.

आइटीआइ बजरा | प्रभात खबर

रातू रोड कब्रिस्तान के पास जलमग्न की कहानी बहुत पुरानी है. इस बार बहुत ज्यादा खतरनाक हो गई है. कारण बना है एलिवेटेड रोड बनाने के लिए जगह-जगह गड्डे की खुदाई. अब इन गड्डों में हल्की बारिश से भी पानी जमा हो जा रहा है.

रातू रोड कब्रिस्तान | प्रभात खबर

पटेल चौक के पास मुख्य सड़क पर घुटा भर पानी जमा है. इससे राहगीर परेशान है. स्थानीय लोगों ने कहा कि नाली की साफ-सफाई नहीं होने के कारण जल-जमाव की स्थिति हुई है. बस स्टैंड कॉलोनी की ओर से निकलने वालों लोगों के लिए पैदल चलना मुश्किल हो गया है.

पटेल चौक | प्रभात खबर

जयपाल सिंह स्टेडियम के पास भी हल्की सी बारिश होने पर ही पानी सड़क पर ही थम जाता है. बता दें कि यहां पर भी कलवर्ट का निर्माण किया गया है लेकिन उसे थोड़ी ऊची जगह पर बना दिया गया है. जिसके कारण पानी उपर तढ़ने के बजह सड़क पर ही बहने लगता है. इसके अलावा कोकर के खोरहा टाली स्थित पुल है, जहां लोग कई दुर्घटना के शिकार हो रहे है लेकिन अब तक इस पुल का सही से निर्माण नहीं किया गया है.

जयपाल सिंह स्टेडियम | प्रभात खबर