Shaurya Punj
हर साल, दस दिवसीय गणपति उत्सव के लिए लोग सजावट आदि में अपनी रचनात्मकता का परिचय देते हैं, लेकिन सांताक्रूज़ निवासी रिंटू राठौड़ ने इस बार चॉकलेट, नौ प्रकार के मोटे अनाज और अन्य सामग्री से भगवान गणेश की दो फुट की सुंदर मूर्ति बनाई है.
"बप्पा" की यह मूर्ति वृश्चिकासन मुद्रा में है. डिजाइनर राठौड़ ने कहा, ‘‘इस मुद्रा का उल्लेख हमारे पुराणों में मिलता है. मैंने हाल ही में प्राकृतिक चिकित्सा में एक पाठ्यक्रम पूरा किया है, इसलिए मैंने इन दोनों विचारों को मिला दिया है और इस मुद्रा में मूर्ति बनाई है.’’
दो फुट की ‘बप्पा’ की यह मूर्ति वृश्चिकासन मुद्रा में है. 40 किलो वजनी इस मूर्ति को बनाने में 20 घंटे लगे है. इसे पिघलने से बचाने के लिए एसी कमरे में रखा गया है. राठौड़ पिछले 12 वर्षों से चॉकलेट की मूर्तियां बना रही हैं.
इस बीच बृहन्मुंबई महानगर निगम के एक अधिकारी ने कहा कि शनिवार को गणपति उत्सव के पांचवें दिन मुंबई में समुद्र तटों और कृत्रिम तालाबों में कम से कम 1,034 मूर्तियों का विसर्जन किया गया.
मुंबई पुलिस ने विस्तृत व्यवस्था की है और महानगर के प्रत्येक विसर्जन स्थल पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. वहीं विसर्जन जुलूस के दौरान वाहनों का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए यातायात पुलिस को भी तैनात किया गया है.