हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व है. गणेश चतुर्थी महीने में दो बार आती है. पहला शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में. पौष माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है.
विनायक चतुर्थी | Prabhat Khabar Graphics
इस दिन भगवान गणेश की पूजा- अर्चना की जाती है, इस दिन जो व्यक्ति पूरे दिन उपवास रखकर विघ्नहर्ता गणेश जी की आराधना करता है. उसको सभी कष्टों के मुक्ति मिलती है.
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इस साल विनायक चतुर्थी का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा. विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास रहता है और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है.
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पंचांग के अनुसार पौष मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 14 जनवरी 2024 को सुबह 7 बजकर 58 मिनट से होगी और इस तिथि का अंत इसके अगले दिन यानी 15 जनवरी 2024 दिन सोमवार को सुबह 4 बजकर 58 मिनट पर तिथि पर होगा.
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चतुर्थी तिथि को सुबह स्नान कर साफ सुथरे वस्त्र पहन लें, इसके बाद पूजा की चौकी पर भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें. फिर शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करें.
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गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें, इसके साथ ही उन्हें लड्डुओं का भोग लगाएं. फिर फूल अर्पित करें और धूप-दीप करें. इसके बाद आरती करें.
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