गलत लाइफस्टाइल के चलते आजकल वजन बढ़ना काफी आम हो गया है. पर केवल ओवरइटिंग या अनहेल्दी डायट ही वजन बढ़ने का इकलौता कारण नहीं है. जबकि, कई अन्य कारणों से भी वजन बढ़ सकता है
महिलाओं में मोटापा बढ़ने की एक बड़ी वजह पीसीओएस (Polycystic ovary syndrome) या पीसीओडी जैसी बीमारियां भी हैं. आंकड़ों के अनुसार, पीसीओएस से पीड़ित 80 प्रतिशत महिलाओं में मोटापा पाया जाता है.
अनियंत्रित तनाव आपके खाने की आदतों को नियंत्रित करने वाले हार्मोन के स्राव को प्रभावित करता है. यह अधिक लालसा पैदा कर सकता है और आपको सामान्य से अधिक खाने के लिए प्रेरित कर सकता है.
ऑफिस की भागदौड़ में कई लोग सुबह नाश्ता नहीं करते हैं. ब्रेकफास्ट न करने से मेटाबोलिज्म प्रभावित होता है और बॉडी का इंटरनल क्लॉक गड़बड़ हो जाता है. इसके कारण वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है.
ऐसे लोग जो बहुत सुस्त रहते हैं या कसरत नहीं करते, उनमें मोटापा बढ़ने की आशंका बहुत अधिक होती है
बिंज खाने का विकार एक प्रकार का खाने का विकार है जिसे अनियंत्रित अधिक खाने के एपिसोड द्वारा वर्गीकृत किया जाता है. यह वजन बढ़ने सहित कई स्वास्थ्य जोखिमों से जुड़ा है.
पानी शरीर में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है जिससे अधिक भूख नहीं लगती है. साथ ही पर्याप्त पानी पीने से कैलोरी बर्न होती है और पाचन बढ़ता है. सुबह उठकर पानी न पीने से वजन बढ़ सकता है.