रांची के Marsilli Pahad को पर्यटकों का मिल रहा है प्यार, ब्रिटिश काल से संबंधित है इसका इतिहास

Shaurya Punj

माराशिली पहाड़  आज झारखंड की राजधानी रांची का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गई और आज, यह झारखंड में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगहों में से एक है.

माराशिली पहाड़ | Prabhat Khabar Graphics

माराशिली पहाड़ रांची का एक समृद्ध इतिहास ब्रिटिश राज के समय से है. इस पहाड़ी का उपयोग मूल रूप से रांची में तैनात ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा ग्रीष्मकालीन विश्राम स्थल के रूप में किया जाता था.

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माराशिली पहाड़ &nbsp;की चोटी पर स्थित है और रांची रेलवे स्टेशन से लगभग 10 किमी और रांची हवाई अड्डे से 12 किमी दूर है.<br>

माराशिली पहाड़ | Prabhat Khabar Graphics

माराशिली पहाड़ और भी सुंदर लगती है जब हरी-भरी हरियाली से ढकी होती है और झरने अपने पूरे शबाब पर होते हैं. पर्यटक पहाड़ी पर ट्रैकिंग अभियान का भी आनंद ले सकते हैं. यह ट्रेक मध्यम रूप से चुनौतीपूर्ण है और आसपास की पहाड़ियों और घाटियों का सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है.<br>

माराशिली पहाड़ | Prabhat Khabar Graphics

रांची और इसके आसपास कई आकर्षण हैं जिन्हें मेहमान माराशिली पहाड़ रांची में अपने प्रवास के दौरान देख सकते हैं. कुछ सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में शामिल हैं:<br>

माराशिली पहाड़ | Prabhat Khabar Graphics

राजधानी रांची के नामकुम स्थित शिवलोक धाम मरासिल्ली पहाड़ को प्रसिद्ध तीर्थस्थल बनाने के लिए संकल्प लेने की बात सांसद संजय सेठ ने कही है. सांसद संजय सेठ ने कहा शिवलोक धाम मरासिल्ली बाबा के प्रति आस्था है. इस शिवलोक धाम मरासिल्ली पहाड़ को देश स्तरीय विकसित करने के लिए स्वयं संकल्पित है.<br>

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