नेताजी सुभाषचंद्र बोस की पुस्तक 'अल्टरनेटिव लीडरशिप' उनके भाषणों, लेखों, बयानों और पत्रों का संकलन है. इस पुस्तक में उन्होंने जून 1939 से लेकर 1941 तक की प्रमुख राजनीतिक घटनाओं का जिक्र है.
अल्टरनेटिव लीडरशिप | Twitter
नेताजी को स्वदेश प्रेम के साथ एक महिला से काफी गहरा प्रेम था. वह कोई और नहीं, बल्कि ऑस्ट्रिया की रहने वाली उनकी पत्नी एमिली शेंकल थीं. 'लेटर्स टू एमिली शेंकल' उन 162 पत्रों का संकलन है, जिसे नेताजी ने एमिली को लिखा था.
लेटर्स टू एमिली शेंकल | Twitter
नेताजी सुभाषचंद्र बोस द्वारा लििखत पुस्तक ‘द इंडियन स्ट्रगल’ में भारत के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास है. उनके राजनीतिक विचार को समझने के लिए इसे जरूर पढ़ना चाहिए. इसे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने प्रकाशित किया था.
द इंडियन स्ट्रगल | Twitter
‘एन इंडियन पिलग्रिम’ किताब नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आत्मकथा है. उन्होंने यह किताब साल 1937 में अपने यूरोप दौरे के समय लिखी थी. यह पुस्तक नेताजी के जन्म से लेकर छात्र संघर्ष और भारतीय सिविल सेवा से उनके इस्तीफे तक की जीवन गाथा को बखूबी बयां करती है.
एन इंडियन पिलग्रिम | Twitter
यह पुस्तक नेताजी के पत्रों व भाषणों का संकलन है. आजाद हिंद भारत के गौरवशाली और क्रांतिकारी इतिहास को सुनहरे अक्षरों में कैद किए हुए है. यह पुस्तक आजादी के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करनेवाले सेनानियों के इतिहास से रूबरू कराती है.
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नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुस्तक 'चलो दिल्ली' उनके लेखन और भाषणों का एक संग्रह है. इसमें उन लेखों और भाषणों का जिक्र है, जिसे नेताजी ने साल 1934 से लेकर 1945 तक लिखा था.
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