कन्या राशि में सूर्य-मंगल और बुध की युति से बना त्रिग्रही योग, इन लोगों के लिए यह संयोग बेहद लाभदायक

Radheshyam Kushwaha

ग्रहों की युति का महत्व

Trigrahi Yog: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की युति का विशेष महत्व माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तीन ग्रहों की युति को त्रिग्रही योग कहा जाता है. किसी राशि में तीन ग्रहों के एक साथ होने पर यह योग बनता है, जिसे एक दुर्लभ संयोग माना जाता है.

Trigrahi Yog | Prabhat khabar

बुद्धि का कारक है बुध ग्रह

बुध को बुद्धि का कारक माना गया है. आज 1 अक्टूबर दिन रविवार को रात 8 बजकर 29 मिनट पर बुध कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं. इसका प्रभाव सभी राशि वालों के जीवन पर दिखाई देगा.

बुध ग्रह | Prabhat Khabar Graphics

कन्या राशि में त्रिगही योग

तीन मुख्य ग्रह सूर्य, मंगल और बुध मिलकर कन्या राशि में त्रिगही योग का निर्माण कर रहे हैं. यह योग वैदिक ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर कई तरह से पड़ता है.

कन्या राशि में त्रिगही योग | Prabhat khabar

ग्रहों की स्थिति

वैदिक ज्योतिष में ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभावों के बारे में बताया गया है. ग्रह, समय-समय पर अपनी राशि बदलते हैं, सभी 12 राशियों पर इसका शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के प्रभाव पड़ते हैं.

ग्रहों की स्थिति | सोशल मीडिया

कब बनता है त्रिग्रही योग

01 अक्तूबर को तीन प्रमुख ग्रह - सूर्य, मंगल और बुध कन्या राशि में युति बना रहे हैं. जब तीन ग्रह एक ही राशि में होते हैं, तो त्रिग्रही योग बनता है.

सूर्य, मंगल और बुध कन्या राशि में | सोशल मीडिया

त्रिग्रही योग का असर

जब तीन या तीन से अधिक ग्रह एक ही राशि में होते हैं, तो इसका गहरा प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है. इस त्रिग्रही योग का असर मुख्य रूप से मिथुन, सिंह और धनु राशि पर होगा.

ग्रहों का प्रभाव | Prabhat Khabar Graphics