Radheshyam Kushwaha
रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्यार का प्रतिक माना जाता है. इस त्योहार के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षा की कामना करती हैं.
इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 30 और 31 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा. जिसके कारण लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है.
ज्योतिषाचार्य के अनुसार 30 अगस्त को पूरे दिन भद्रा होने के कारण इस दिन रक्षाबंधन पर्व न मनाकर 31 अगस्त को मनाया जाएगा.
रक्षाबंधन के दिन राखी बांधते समय शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें. इसके साथ ही राहुकाल या भद्राकाल में भूलकर भी भाई की कलाई पर राखी ना बांधे.
हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का दिन बहुत ही शुभ दिन माना गया है. इस वजह से इस दिन कुछ ऐसे काम नहीं करना चाहिए जो गलत है.
काले धागे की टूटी फूटी अखंडित राखी अपने भाई की कलाई पर ना बांधे. ऐसी राखी बांधने से अशुभ फल मिलता है.
प्लास्टिक तथा अशुद्ध चीजों से बनी एवं अशुभ चिन्हों वाली तथा भगवान की फोटो युक्त राखी भूलकर भी ना बांधे.
भाई की कलाई पर राखी बांधते समय सिर ढकना ना भूलें. ध्यान रहे कि भाई और बहन दोनों का सिर ढका हुआ होना चाहिए.
अपने भाई को राखी बांधने से पूर्व तिलक करते समय रोली या चंदन का तिलक लगाएं. सिंदूर से तिलक ना करें. अक्षत खंडित ना हो इसका भी ध्यान रखें.
राखी बांधने वक्त भाई का मुख दक्षिण दिशा में ना हो, इस बात का विशेष ध्यान रखें.
भाई की आरती करते समय टूटा फूटा दीपक ना लें. बहन के आरती करने के पश्चात भाई थाली में दक्षिणा दिए बगैर अपनी जगह से ना उठे.
राखी बंधवाने के पश्चात भाई अपनी बहन के पैर छुए. यदि बड़ा और बहन छोटी हो तो बहन को भाई के पैर छूना उचित रहता है.