30 अक्टूबर को राहु-केतु करेंगे गोचर, वृषभ, तुला और मकर राशि वालों को मिलेगी भरपूर सफलता

Radheshyam Kushwaha

Rahu Ka Rashi Parivartan: हर व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का महत्वपूर्ण भूमिका माना गया है. ग्रहों के मंत्रिमंडल में शनि देव सबसे धीमी चाल से चलने वाले ग्रह माने गए हैं. शनि के बाद राहु और केतु को सबसे धीमी गति से चलने वाला माना गया है.

राहु-केतु का गोचर | सोशल मीडिया

शनिदेव जहां ढाई वर्ष तक एक राशि में भ्रमण करते हैं. वहीं राहु और केतु लगभग डेढ़ वर्ष तक एक राशि में भ्रमण कर अपना फल लंबे समय तक प्रदान करते हैं.

राहु-केतु का राशि परवर्तन | file

30 अक्तूबर को राहु और केतु अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. राहु इस समय मेष राशि में बृहस्पति के साथ विराजमान होकर गुरु चांडाल योग का निर्माण कर रहे हैं.

राहु-केतु का गोचर | सोशल मीडिया

30 अक्तूबर को ही मेष राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे. राहु एक मायावी ग्रह है और हमेशा वक्र गति से ही चलता है. राहु के इस राशि परिवर्तन से तीन राशि के जातकों के जीवन में अच्छी सफलता समृद्धि के योग दिखाई पड़ रहे हैं.

राहु केतु का गोचर | Prabhat khabar

वृषभ, तुला और मकर राशि के जातकों के लिए राहु-केतु का गोचर अच्छा रहेगा. इन लोगों की लंबे समय से आ रही परेशानिया अब खत्म हो जाएगी. जिन जातकों का विवाह नहीं हुआ है उनके विवाह की संभावनाएं बनेगी.

राहु-केतु का गोचर | सोशल मीडिया

राहु केतु के गोचर से वृषभ, तुला और मकर राशि वाले अपने शत्रुओं का संपूर्ण नाश करने में समर्थ होंगे और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह गोचर अच्छा होगा. वैवाहिक जीवन में जो तनाव बना हुआ था अब दूर हो जाएंगे.

राहु-केतु गोचर का प्रभाव | प्रभात खबर