Radheshyam Kushwaha
अमावस्या के दिन प्रात: काल स्नान कर सफेद वस्त्र पहनें.
स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दें और नदी या झील के किनारे पिंडदान करें.
पितरों को दूध, कुशा, तिल, पुष्प और सुगंधित जल अर्पित करें.
अमावस्या के दिन भोजन में खीर पूड़ी और सब्जी ही बनाएं.
अपने पितरों को याद कर उनसे भोजन ग्रहण करने की प्रार्थना करें.
सर्व पितृ अमावस्या पर दोपहर को ही भोजन कराएं और श्राद्ध करें.
तत्पश्चात् ब्राह्मण को भोजन कराएं और दान, दक्षिणा आदि देकर उनका आशीर्वाद लें.
सर्व पितृ अमावस्या के दिन पंचबली और हवन अवश्य कराएं.
ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद में घर के सभी सदस्यों को एक साथ भोजन करना चाहिए.
भोजन करने के बाद पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें.
सर्व पितृ अमावस्या पर गाय, कुत्ते और कोए को भोजन जरुर खिलाएं.
इस दिन हरे चारे का दान करें और घर के द्वार पर खाने-पीने की वस्तुएं ज़रूर रखें.
सर्व पितृ अमावस्या पर पीपल के पेड़ का पूजन अवश्य करें.
पूर्वजों के नाम पर निर्धनों को वस्त्र दान, रक्त दान, भोजन दान, वृक्षारोपण आदि अवश्य करें.