Radheshyam Kushwaha
करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को रखा जाएगा. इस दिन मां पार्वती-भगवान शिव और गणेशजी की पूजा की जाती है.
करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक् की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस बार चतुर्थी तिथि की शुरुआत 31 अक्टूबर 2023 की रात 9 बजकर 30 मिनट पर होगी, जो 01 नवंबर 2023 को रात 9 बजकर 19 मिनट समाप्त होगी.
पंचाग के अनुसार, करवा चौथ व्रत पूजन का शुभ समय 01 नवंबर 2023 दिन बुधवार को शाम 5 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर उसी दिन शाम 7 बजकर 02 मिनट तक रहेगा. करवा चौथ का व्रत खोलने के लिए चंद्रोदय का समय रात 8 बजकर 26 मिनट पर है.
मिट्टी के दो दीए. करवे में लगाने के लिए कांस की तीलियां. पूजन के लिए कुमकुम, चावल, हल्दी, अबीर, गुलाल, मेहंदी, मौली, फूल, फल, प्रसाद आदि. रात में चंद्र दर्शन के बाद पति का चेहरा देखने के लिए छलनी.
करवा चौथ पर महिलाओं का अधिक से अधिक सजना और 16 श्रृगांर करना शुभ माना जाता हैं. महिलाएं इस दिन निर्जला रहते हुए रात के समय चंद्रदेव को अर्घ्य देने के बाद अपने पति के हाथों पानी पीकर महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं.
करवा चौथ का निर्जला व्रत महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. शास्त्रों के अनुसार माता पार्वती ने शिव को पाने के लिए करवा चौथ रखा था. इसी व्रत के बाद ही उनका विवाह शिव से हुआ.