Radheshyam Kushwaha
पांच पर्वों का समूह दीपावली आने में बस गिनती के दिन बाकी हैं. दीपावली की शुरुआत सबसे पहले धनतेरस पर्व से होती है.
धन के देवता कुबेर के इन मंत्रों का वर्तमान समय में भी बड़ा महत्व है. इन मंत्रों के जाप से आर्थिक परेशानियों से बच सकते हैं. इस मंत्र के देवता धनराज कुबेर हैं.
धनतेरस का पर्व न सिर्फ आरोग्य के देवता धन्वंतरि के लिए है, बल्कि धन के देवता कुबेर की पूजा के लिए भी है. भगवान कुबेर को भी देवी लक्ष्मी का भाई माना जाता है.
भगवान कुबेर की पूजा के लिए कई चरण अपनाए जाते हैं. इनमें सबसे पहले आचमन, फिर ध्यान, इसके बाद जप, आहुति-होम और अंत में आरती का विधान है.
जपतामुं महामन्त्रं होमकार्यो दिने दिने.
दशसंख्य: कुबेरस्य मनुनेध्मैर्वटोद्भवै.
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥