Radheshyam Kushwaha
शरद पूर्णिमा की रात चंद्र ग्रहण लगेगा, इसके बाद राहु-केतु और गोचर करेंगे. ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री ने बताया कि 28 अक्टूबर से 4 नवंबर तक आकाश मंडल में भारी उथल-पुथल देखने को मिलेगी.
28-29 अक्टूबर की रात चंद्र ग्रहण लगेगा. वहीं 30 अक्टूबर को राहु-केतु का राशि परिवर्तन होगा. फिर 4 नवंबर को शनि देव का कुंभ राशि में मार्गी होंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 28 अक्टूबर से 4 नवंबर तक पूरे 20 दिन खगोलीय घटनाक्रम के लिहाज से विशेष है.
अक्टूबर में सूर्य ग्रहण के बाद चंद्र ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जा रहा है. ग्रहण के प्रभाव धरती पर भूकंप, महामारी, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं और बड़े देशों में युद्ध और भारत सहित संपूर्ण विश्व में राजनीतिक उथल-पुथल के रूप में दिखाई देंगे.
ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री ने बताया कि ग्रहण का प्रभाव ग्रहण लगने 15 दिन आगे तक रहता है. वहीं, इस बार 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा और कोजागरी पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगेगा. ग्रहण के सूतक लगने के कारण इनकी पूजा सूतक लगने के पूर्व कर लेना ही उचित होगा.
चंद्र ग्रहण का शुभ प्रभाव इन चार राशियों वालों को मिलेगा. इसमें मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ राशि शामिल हैं. मिथुन राशि को आर्थिक लाभ, कर्क राशि को चतुर्दिक लाभ, वृश्चिक राशि को मनोवांछित लाभ और कुंभ राशि को श्रीवृद्धि का लाभ होगा.