अधिकमास अमावस्या के दिन करें ये आसान उपाय, पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति

Radheshyam Kushwaha

Adhik Maas Amavasya 2023 Date: अधिक मास में पड़ने वाली अमावस्या तिथि बेहाद खास माना जा रहा है. क्योंकि अधिक मास में पड़ने वाली अमावस्या तिथि तीन साल के अंतराल के बाद आती है.

Amavasya tithi 2023 | Prabhat Khabar Graphics

अधिकमास अमावस्या तिथि का शुभारंभ 15 अगस्त दिन सोमवार दोपहर 12 बजकर 42 मिनट पर होगा. अमावस्या तिथि का समापन 16 अगस्त दिन मंगलवार दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर होगा.

Adhik Maas Amavasya 2023 Date | Prabhat Khabar Graphics

उदया तिथि मान्य होने के कारण अधिक अमावस्या 16 अगस्त 2023 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी. इस दिन सावन अधिक मास का पंचम मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा.

Adhik Maas Amavasya 2023 | Prabhat Khabar Graphics

श्राद्ध और तर्पण विधि

श्राद्ध काला तिल, जौ कुश आदि से मंत्रोच्चारण विधि से करते हैं. इस दौरान अपने भूले-बिसरे पितरों का स्मरण करते हैं.

श्राद्ध और तर्पण विधि | Prabhat khabar

सर्वपितृ अमावस्या के दिन किसी बर्तन में जल, दूध, काला तिल, शहद और जौ मिलाकर पीपल के पेड़ में चढ़ाएं. ऐसा करने के बाद वहां सफेद मिठाई, एक नारियल, कुछ सिक्के और जनेऊ भी अर्पित करें.

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मान्यता है कि ऐसा करने से पितर देव (pitru dev) प्रसन्न होते हैं. इसके बाद 'ॐ सर्वपितृ देवताभ्यो नमः' मंत्र का जाप करते हुए पीपल की परिक्रमा करें. इसके साथ ही मन ही मन पितृ देव से प्रर्थना करें.

श्राद्ध और तर्पण विधि | प्रभात खबर

पितर पक्ष के महीने में दान पूण्य करने का विशेष महत्व होता है. जल में काला तिल मिलाकर तर्पण करने से पितरों को आशीर्वाद मिलता है. इससे जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है.

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अमावस्या के दिन भगवान शिव को काला तिल अर्पित करें. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. श्रावन अमावस्या तिथि के दिन तुसली के पौधे के निकट भी दीपक प्रज्वलित करें.

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