रक्षाबंधन के डेट को लेकर ना हों कंफ्यूज रक्षाबंधन के डेट को लेकर इस बार लोगों में कंफ्यूजन देखने को मिल रहा है. पूर्णिमा तिथि कल 10 बजकर 38 मिनट पर आरंभ हो गई छी. भद्रा रात 08 बजकर 53 मिनट पर समाप्त हो गई. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सूर्यास्त के बाद राखी बांधना वर्जित है. इस कारण से कुछ लोग आज 12 अगस्त को भी रक्षाबंधन मना रहे हैं.
रक्षाबंधन के डेट को लेकर ना हों कंफ्यूज | Prabhat Khabar Graphics
12 अगस्त को कब बांधे राखी?<br>12 अगस्त को सुबह 5 से 7 बजे के बीच राखी बांधने का समय सर्वोत्तम माना जा रहा है. अगर आप 11 अगस्त को राखी नहीं बांध सकते हैं तो 12 को इस मुहूर्त में राखी बांधें.
12 अगस्त को कब बांधे राखी? | Prabhat Khabar Graphics
राखी चुनते समय इन बातों का रखें ध्यान<br>आप उन राखियों का चयन कर सकते हैं, जिन राखियों पर स्वास्तिक का चिन्ह हो या ऊँ का चिन्ह हो या जिस पर श्री लिखा हो. राखी काले या नीले रंग नहीं होनी चाहिए.
राखी चुनते समय इन बातों का रखें ध्यान | Prabhat Khabar Graphics
कुंडली का ये दोष दूर करने के लिए उपाय<br>कुंडली में यदि चंद्र दोष है तो रक्षाबंधन यानी सावन पूर्णिमा के दिन ‘ॐ सोमेश्वराय नम:’ मंत्र का जाप करें और दूध का दान करें. इससे कुंडली में स्थित चंद्र दोष दूर होता है.
कुंडली का ये दोष दूर करने के लिए उपाय | Prabhat Khabar Graphics
राखी बांधते समय दिशा का रखें ध्यान<br>राखी बांधते समय दिशा का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है. जब भी आप अपने भाई को राखी बांधें तो उसे पूर्व दिशा की तरफ बिठाकर राखी बांधे. ध्यान रखें बहन का मुख पश्चिम दिशा की ओर हो. जब भी बहन भाई को राखी बांधे उस समय बहनों को दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर और भाइयों को उत्तर-पूर्व दिशा की ओर देखना चाहिए.
राखी बांधते समय दिशा का रखें ध्यान | Prabhat Khabar Graphics
मां लक्ष्मी ने की थी रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत<br>रक्षाबंधन सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है, लेकिन इस साल रक्षाबंधन को लेकर लोगों के बीच में काफी असमंजस है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिन्दू धर्म में कोई भी शुभ कार्य भद्रपद काल में नहीं मनाया जाता है.
मां लक्ष्मी ने की थी रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत | Prabhat Khabar Graphics
रक्षाबंधन के बाद कृष्ण जन्माष्टमी भी दो दिन<br>अब रक्षाबंधन के बाद भगवान श्रीकृ्ष्ण का जन्मोत्सव भी दो दिन का होगा. जिस तरह से इस बार रक्षाबंधन 11 और 12 अगस्त को है उसी प्रकार 18 और 19 अगस्त को जन्माष्टमी की त्योहार भी मनाया जाएगा.
रक्षाबंधन के बाद कृष्ण जन्माष्टमी भी दो दिन | Prabhat Khabar Graphics