Life & Style
April 10, 2024
जब किसी भी इंसान का पाप नष्ट होता है तो उसे ईश्वर का अनुभव होने लगता है. इस दौरान प्रभु के प्रति उनकी श्रद्धा और भी अटल हो जाती है और उसकी वाणी और मन में ईश्वर समाने लगते हैं.
अक्सर ही लोग अपनी दुख-सुख की बातें अपने करीबी से साझा करते हैं. लेकिन जिस दिन वो इंसान अपनी बातें ईश्वर से करने लगता है, समझ जाइए कि उसको पापों से मुक्ति मिल गई है.