मृत्यु पंचक के दौरान भूलकर भी नहीं करें ये काम, नहीं तो सबकुछ हो जाएगा तहस-नहस

Radheshyam Kushwaha

हिंदू पंचांग के अनुसार, मृत्यु पंचक 13 जनवरी को रात में 11 बजकर 35 मिनट से पंचक शुरू हो रहे हैं, जो 18 जनवरी की सुबह 3 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगा.

पंचक काल | प्रभात खबर

<ul><li>शनिवार को शुरू होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है</li><li>मृत्यु पंचक के दौरान छत नहीं ढालनी चाहिए.</li></ul>

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<ul><li>पंचक के दौरान ढाली गई छत के नीचे रहने से घर की शांति भंग हो जाती है.</li><li>पंचक के दौरान चारपाई बनवाने की मनाही होती है.</li></ul>

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<ul><li>पंचक के दौरान चारपाई नहीं बनवानी चाहिए.</li><li>पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा बिल्कुल नहीं करना चाहिए.</li></ul>

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पंचक काल के दौरान अगर किसी की मृत्यु हो जाती है, तो पंचक दोष के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शव के साथ 5 कुश या आटा के पुतले बनाकर रखे जाते हैं. शव के साथ इन पांचों पुतलों को पूरे विधि के साथ अंतिम संस्कार किया जाता है.

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