अब तो आम आदमी के नहाने और कपड़ा धोने पर भी आफत, रिन से लेकर लाइफबॉय तक हुआ महंगा

Prabhat Khabar Digital Desk

नई दिल्ली :

नई दिल्ली : कोरोना महामारी के इस दौर में आम आदमी को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. एक तो आदमी की आमदनी वैसे ही घटी हुई है और ऊपर से देश में रोजाना रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली चीजें महंगी होती जा रही हैं. अब तो आलम यह है कि भारत के आम आदमी के नहाने और कपड़ा धोने पर भी आफत है.

| फोटो : ट्विटर.

इसका कारण यह है कि फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) सेक्टर की दिग्गज कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने नहाने और कपड़े धोने के साबुन, डिटर्जेंट पावडर और अन्य उत्पादों के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी कर दी है.

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मीडिया की खबर के अनुसार, एचयूएल ने डिटर्जेंट कैटेगरी में एक किलो और 500 ग्राम दोनों पैक के लिए व्हील की कीमत में 3.5 फीसदी बढ़ोतरी की है. अब व्हील के 500 ग्राम के पैकेट की कीमत 28 रुपये की जगह 29 रुपये होगी. वहीं, एक किलो के पैकेट अब 58 रुपये में मिलेगा, जबकि पहले यह 56-57 रुपये में मिलता था.

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इसके साथ ही, कंपनी ने रिन डिटर्जेंट पाउडर में भी इसी तरह की बढ़ोतरी की है. अब एक किलो के पैकेट की कीमत 77 रुपये की जगह पर 82 रुपये कर दी गई, जबकि छोटे पैकेट में वजन घटाकर मूल्य वृद्धि को मिला दिया है.

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पहले रिन डिटर्जेंट के 10 रुपये वाले पैकेट का वजन 150 ग्राम होता था, जिसे घटाकर 130 ग्राम कर दिया गया है. इसी तरह सर्फ एक्सेल के एक किलो के पैकेट की कीमत में 14 रुपये की बढ़ोतरी की गई है.

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इतना ही नहीं, एफएमसीजी कंपनी एचयूएल ने आम आदमी के बीच सबसे लोकप्रिय साबुन लक्स और लाइफबॉय के दाम भी बढ़ा दिए हैं. इनके दाम करीब 8-12 फीसदी तक इजाफा किया गया है. नहाने वाले साबुन लक्स का 100 ग्राम (5-इन-1 पैक) की कीमत पहले 120 रुपये थी, अब 128-130 रुपये होगी.

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इसके पीछे कंपनी का तर्क यह है कि कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से नहाने-धोने वाले साबुन और डिटर्जेंट पावडर के दाम बढ़ाने पड़े हैं. कुछ कच्चे माल की कीमत 20 साल के हाई रिकॉर्ड पर पहुंच गई हैं. देश में महंगे ईंधन के कारण आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई भी महंगी हो गई. इसलिए सभी वस्तुओं और सेवाओं के दाम पर भी इसका असर दिखाई पड़ रहा है.

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