निर्जला एकादशी के नियम क्या है? जानें
निर्जला एकादशी के नियम क्या है? जानें
निर्जला एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, ये दिन भगवान विष्णु जी को समर्पित है.
ज्येष्ठ मास शुक्ल एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है.
निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून दिन मंगलवार को रखा जाएगा.
निर्जला एकादशी का व्रत बिना अन्न और जल के रखा जाता है.
इस व्रत में जल ग्रहण नहीं किया जाता है, इसलिए इसे निर्जला व्रत कहते हैं.
एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है.
निर्जला एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना अति आवश्यक है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, निर्जला एकादशी व्रत रखने पर धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है.
निर्जला एकादशी व्रत के दिन क्रोध नहीं करना चाहिए. हर तरह के वाद-विवाद से बिल्कुल दूर रहना चाहिए.
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