ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने अपने मौजूदा कोच जर्मनी के क्लाउस बार्टोनिट्ज को खुद के लिए सर्वश्रेष्ठ बताते हुए शुक्रवार को कहा कि वह 2024 के पेरिस ओलिंपिक में भी उनके साथ ही रहना चाहते हैं.
| Insta
चोपड़ा ने कहा कि बार्टोनिट्ज के तरीके उनके अनुकूल हैं क्योंकि गंभीर सत्रों के दौरान भी चुटकुले सुनाकर माहौल खुशनुमा बना देते हैं. कई कोच ऐसे होते है जो डंडा पकड़ के पीछे खड़े होते हैं लेकिन क्लाउस सर ऐसे नहीं है.
| Insta
चोपड़ा ने कहा कि अभ्यास में जब भी हमें गंभीर और पूरा दमखम लगाना होता है, तो हम गंभीरता से काम करते हैं लेकिन सत्र के बीच में कभी-कभी वह चुटकुले सुनाते हैं और इससे प्रशिक्षण के दौरान माहौल आनंदमय हो जाता है.
| Insta
उन्होंने कहा कि उनके प्रशिक्षण के तरीके मेरे अनुकूल हैं और मेरी उनसे काफी अच्छी बनती है. मैं अगले ओलंपिक के लिए भी उनके साथ प्रशिक्षण जारी रखना चाहता हूं. चोपड़ा 2019 से बार्टोनिट्ज के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं.
| Insta
2019 में नीरज को कोहनी की सर्जरी से गुजरने के बाद काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि जब मेरी सर्जरी हुई थी तब वह मेरे लिए यह बहुत कठिन समय था. मुझे 30-45 दिनों के लिए पूर्ण आराम करना था.
| Insta
उन्होंने कहा कि मैं विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से चूक गया जिसमें पदक विजेताओं ने वह दूरी तय की जो मैं कर सकता था. लेकिन मुझे खुशी थी कि इन सब के बाद मैं अपने पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर सका.
| Insta
मौके पर मौजूद अभिनव बिंद्रा ने कहा कि 2008 के बीजिंग खेलों में उनके स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारत को दूसरा स्वर्ण जीतने में 13 साल का समय लगा यह देश में खेल के धीमी विकास को दर्शाता है.
| Insta