नवरात्रि में अष्टमी के दिन मां दुर्गा के महागौरी रूप की पूजा की जाती हैं. इस दिन महागौरी की पूजा का विशेष महत्व होता है.
Navratri 2023 | सोशल मीडिया
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भोलेनाथ को पाने के लिए मां गौरी ने सालों तक कड़ी तपस्या की थी.
भगवान भोलेनाथ | सोशल मीडिया
इस घोर तपस्या के दौरान मां गौरी धूल -मिट्टी से ढंक गयी थी.
महागौरी | सोशल मीडिया
तभी शिव जी ने स्वयं अपनी जटाओं से बहती गंगा से मां दुर्गा के इस रूप को साफ किया था.
शिव जी | सोशल मीडिया
तभी उनकी त्वचा गोरी हो गई और मां दुर्गा को गौरी या महागौरी कहा जाने लगा. गोरी होने के कारण गौरी कहलाती हैं और क्रोधित हो जाने पर माता रानी काली रूप धारण कर लेती हैं.
मां महागौरी | सोशल मीडिया
पुराणों के अनुसार मां दुर्गा ने महिषासुर से नौ दिनों तक युद्ध करके उसे हराया था.
महिषासुर से युद्ध | सोशल मीडिया
इसलिए नवरात्रि के नौ दिनों तक उनकी पूजा की जाती है.
शारदीय नवरात्रि | सोशल मीडिया
माना जाता है कि अष्टमी के दिन ही माता ने चंड-मुंड राक्षसों का संहार किया था. इसलिए इस दिन की पूजा का खास महत्त्व दिया जाता है.
चंड-मुंड राक्षसों का संहार | सोशल मीडिया
ऐसा माना जाता है कि इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से आपके कुल में चली आ रही मुसीबतें और परेशानियां कम हो जाती हैं और आने वाले कुल की रक्षा होती है.
नवरात्रि | सोशल मीडिया
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