उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के पवित्र धार्मिक स्थल मां विंध्यवासिनी मंदिर में भक्त फोटो या वीडियो नहीं ले सकेंगे. मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने आदेश को कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिए हैं.
मां विंध्यवासिनी मंदिर | सोशल मीडिया
खास बात यह है कि मां विंध्यवासिनी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं को तंग गलियों से नहीं गुजरना होगा. विंध्य कॉरिडोर के तहत चार प्रमुख गलियों को चौड़ा किया गया है. साथ ही उसे खूबसूरत भी बनाया गया है.
मां विंध्यवासिनी मंदिर | सोशल मीडिया
नए आदेश के मुताबिक नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. जबकि, दो अक्टूबर से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी नहीं करने के आदेश दिए गए.
मां विंध्यवासिनी मंदिर | सोशल मीडिया
नवरात्रि को देखते हुए सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए गए हैं. यह भी कहा गया है कि किसी भी तरह से नवरात्रि के दौरान मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में जाम और भीड़भाड़ नहीं लगे.
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खास बात यह है कि रोपवे के सहारे अब श्रद्धालु विंध्य पर्वत की विशाल शृंखला को भी निहार सकेंगे. नवरात्रि को देखते हुए पूरी साज-सज्जा के निर्देश दिए गए हैं.
मां विंध्यवासिनी मंदिर | सोशल मीडिया
रोपवे से बुजुर्ग श्रद्धालुओं को काफी मदद मिलेगी. अब, वो रोपवे बनने से मां अष्टभुजा और मां कालीखोह का दर्शन भी कर सकेंगे.
मां विंध्यवासिनी मंदिर | सोशल मीडिया
मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी दरबार में आने वाले श्रद्धालु त्रिकोण परिक्रमा करना नहीं भूलते हैं. मान्यता है कि त्रिकोण परिक्रमा करने से श्रद्धालुओं को मनचाहे फल की प्राप्ति होगी.
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