प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 सितंबर को तीन दिवसीय अमेरिका दौरे पर गये थे. उन्होंने वहां अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता सहित 20 मीटिंग किये. कई टाइम जोन में समय बिताकर वे स्वदेश लौट आये हैं, बावजूद इसके उनके चेहरे पर थकान नजर नहीं आती. वे Jet Lag पर आसानी से विजय प्राप्त कर लेते हैं.
पीएम मोदी के बारे में यह कहा जाता है कि वे खुद को थकने नहीं देते, यानी वे अपने आप को काम में इतना व्यस्त कर देते हैं कि उन्हें थकान महसूस ही नहीं होती. वे विदेश यात्रा के दौरान कई बैठकें करते हैं जिससे वे थकते नहीं और ये उनका बहुत राज है.
अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कई महत्वपूर्ण मसलों पर बातचीत की और भारत के पक्ष से दुनिया को अवगत कराया. उन्होंने लंबी हवाई यात्रा की थकान को भुलाकर सिर्फ बैठकें कीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर को अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भेंट की. उन्हें कई तोहफे भेंट किये और भारत आने का निमंत्रण भी दिया.
पीएम मोदी Jet Lag को पछाड़ने के लिए हवाई यात्रा के दौरान भी कई बैठकें करते हैं और यह उनका खास राज है. इस हवाई यात्रा के दौरान भी उन्होंने चार-पांच बैठकें कीं. उनका खास राज यह भी है कि वे अपने नींद को समय के साथ ट्यून कर लेते हैं और हमेशा फ्रेश रहते हैं. वे हवाई यात्रा के दौरान पानी बहुत पीते हैं क्योंकि हवाई यात्रा शरीर के पानी को सोखती है.
Jet Lag नींद संबंधी समस्या है और यह उन लोगों को परेशान करती है जो जल्दी-जल्दी अलग-अलग क्षेत्र और टाइमजोन में समय बिताते हैं. जैसे अमेरिका और भारत के समय में काफी फर्क है.