ममता बनर्जी के विरोधी बाबुल सुप्रियो अब TMC में, ऐसा रहा बॉलीवुड सिंगर का राजनीतिक सफर

Prabhat khabar Digital

बॉलीवुड सिंगर बनने से पहले बाबुल सुप्रियो बैंक में नौकरी करते थे. एक दिन अचानक नौकरी छोड़कर वह मुंबई चल पड़े. ‘कहो ना प्यार है’ फिल्म के लिए उन्होंने कई हिट गीत गाये. इस फिल्म के बाद वह बॉलीवुड के सफल गायकों में शुमार हो गये.

Babul Supriyo Joins TMC | Prabhat Khabar

जुलाई 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाये जाने के बाद बाबुल सुप्रियो ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता छोड़ दी थी. उन्होंने लोकसभा की सदस्यता भी छोड़ने का फैसला किया था.

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बीजेपी छोड़ते वक्त बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि वह राजनीति से संन्यास ले रहे हैं. अब किसी पार्टी में नहीं जायेंगे. तब बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि उन्होंने एक ही टीम को सपोर्ट किया- मोहन बगान. एक ही पार्टी की- बीजेपी. तृणमूल में नहीं जाऊंगा.

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दो महीने भी नहीं बीते कि बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से संन्यास लेने के अपने फैसले को बदल दिया. अचानक उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का झंडा थाम लिया और कहा कि अब बीजेपी मेरे ऊपर हमले करेगी.

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बाबुल सुप्रियो सिंगर औ राजनेता तो रहे ही हैं, इन दोनों पेशे से पहले वह एक बैंकर थे. मल्टीनेशनल बैंक में अच्छी-खासी सैलरी पर नौकरी करते थे. लेकिन, संगीत का प्रेम उन्हें बॉलीवुड ले गया.

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बाबुल सुप्रियो मात्र 43 साल की उम्र में केंद्र सरकार में मंत्री बन गये. वर्ष 2014 में मोदी लहर में पहली बार लोकसभा का चुनाव आसनसोल से जीते और नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया.

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