National Sports Day 2020: 29 अगस्त को पूरे देश में खेल दिवस मनाया जाता है. इस दिन को हम हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं. इस दिन देश के राष्ट्रपति, खेल रत्न जैसे अवार्ड से खिलाड़ियों को सम्मानित करते हैं.
हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत को 7 पदक दिलाया. जिसमें झारखंड की भी तीन बेटियां शामिल रहीं. हालांकि देश को ये पदक नहीं दिला पायीं, लेकिन ओलंपिक में लंबी लकीर खिंच कर आयी हैं. जिसमें हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे, निक्की प्रधान और तीरंदाज दीपिका कुमार हैं.
निक्की प्रधान : झारखंड के घोर नक्सल प्रभावित जिला खूंटी की रहने वाली निक्की ने अब तक दो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया है. टोक्यो में पहली बार सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली टीम में निक्की भी शामिल रहीं. वो हॉकी खेलने वाली झारखंड की छठी खिलाड़ी हैं. निक्की से पहले जयपाल सिंह मुंडा (1928), माइकल किडो (1972), सिल्वनस डुंगडुंग (1980), अजित लकड़ा (1992) और मनोहर टोपनो (1984) ने देश का प्रतिनिधित्व किया है.
सलीमा टेटे : सलीमा टेटे झारखंड के सिमडेगा जिले की रहने वाली हैं. सुदूर गांव में पली-बढ़ीं सलीमा का चयन पहली बार ओलंपिक के लिए हुआ. उन्होंने टोक्यो में महिला हॉकी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन दिखाया और सेमीफाइनल तक के सफर की गवाह भी रहीं. सलीमा ने बताया कि वो खेतों और दिहाड़ी मजदूरी कर हॉकी के सपर को जारी रखा.
दीपिका कुमारी - विश्व कर नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी भले ही टोक्यो ओलंपिक से खाली हाथ लौटीं हैं, लेकिन उन्होंने वहां इतिहास रच डाला है. दीपिका ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय तीरंदाज बनीं. इससे पहले दीपिका राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण, एशियन गेम में ब्राउंज मेडरल जीत चुकी हैं. दीपिका के पिता ऑटो रिक्शा चालक हैं.
महेंद्र सिंह धौनी - महेंद्र सिंह धौनी झारखंड की राजधानी रांची से निकलकर भारतीय क्रिकेट में अपना स्थान बनाकर पूरे विश्व में न केवल अपनी पहचान बनायी है, बल्कि उनकी अगुआई में टीम इंडिया ने वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी धाक जमायी.
धौनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को आईसीसी के तीन सबसे बड़ टूर्नामेंट का चैंपियन बनाया. उन्होंने 2011 में वनडे का वर्ल्ड कप जीता, 2007 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड पर कब्जा किया, उसके बाद 2013 चैंपियन ट्रॉफी पर भी कब्जा जमाया. धौनी आज दुनिया के सबसे फेमस खिलाड़ियों में अपनी पहचान बना चुके हैं. झारखंड को विदेशों में धौनी के कारण ही लोग जानते हैं.