वैज्ञानिकों का मानना है कि आज से करीब साढ़े 3 अरब साल पहले मंगल में बड़े बड़े एक झील और नदी का डेल्टा रहा होगा.
कैसी दिखती थी लाल ग्रह की झील | Instagram, Nasa
वैज्ञानिकों का ये भी मानना है कि मंगल ग्रह में अरबों साल पहले तुर्की के साल्डा लेक की तरह झील मौजूद होगी. जहां जीवन भी पनपता होगा.
लाल ग्रह की झील | Instagram, Nasa
मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर कभी पानी से भरी रही होगी. यह क्रेटर लाल ग्रह के ईक्वेटर से उत्तर दिशा में हैं. यहां किसी प्राचीन नदी का डेल्टा भी रहा होगा.
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वैज्ञानिकों का कहना है कि आइसिडिस प्लैनिटिया इलाके में कभी उल्का पिंड गिरा होगा, जिससे बहुत बड़ा गड्ढा बन गया. बाद में एक छोटा उल्का पिंड और गिरा होगा जिससे जेजेरो क्रेटर का निर्माण हुआ.
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जेजेरो क्रेटर 28 मील चौड़ा है यहां किसी नदी का डेल्टा भी रहा होगा. उसी पानी से इस क्रेटर में एक झील का निर्माण हो गया.
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वैज्ञानिकों का कहना है कि आज भले ही मंगल उजाड़ और विरान हो गया है. लेकिन साढ़े तीन अरब साल पहले मंगल की धरती पर साल्डा लेक जैसे सुंदर नजारे मौजूद थे.
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