जन्मकुंडली में कालसर्प दोष है तो अपने स्वभाव और कार्यशैली से पहचानें लक्षण

Radheshyam Kushwaha

विद्या अध्ययन में रुकावट होना या पढ़ाई बीच में ही छूट जाना. पढ़ाई में मन नहीं लगना या फिर ऐसी कोई आर्थिक अथवा शारीरिक बाधा जिससे अध्ययन में व्यवधान उत्पन्न हो जाए.

विद्या अध्ययन में रुकावट | prabhat khabar graphics

विद्या अध्ययन में रुकावट

विवाह में विलंब भी कालसर्प दोष का ही एक लक्षण है. इस दोष के चलते वैवाहिक जीवन के पहले और विवाह के बाद तलाक की स्थिति भी पैदा हो जाती है.

विवाह में देरी का कारण | prabhat khabar graphics

विवाह में विलंब

संतान का न होना और यदि संतान हो भी जाए तो उसकी प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है. परिजन तथा सहयोगी से धोखा खाना, खासकर ऐसे व्यक्ति जिनका आपने कभी भला किया हो.

संतान का न होना | prabhat khabar graphics

संतान का न होना

घर में कोई सदस्य यदि लंबे समय से बीमार हो और वह स्वस्थ नहीं हो पा रहा हो साथ ही बीमारी का कारण पता नहीं चल रहा है.आए दिन घटना-दुर्घटनाएं होते रहना कालसर्प दोष का ही लक्षण है.

लंबे समय से बीमारी | prabhat khabar graphics

रोजगार में दिक्कत या फिर रोजगार हो तो बरकत न होना. इस दोष के चलते घर की महिलाओं को कुछ न कुछ समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं. रोज घर में कलह का होना. पारिवारिक एकता खत्म हो जाना.

रोजगार में दिक्कत | prabhat khabar graphics

घर-परिवार में मांगलिक कार्यों के दौरान बाधा उत्पन्न होना. यदि परिवार में किसी का गर्भपात या अकाल मृत्यु हुई है तो यह भी कालसर्प दोष का लक्षण है.

पूजा अर्चना की. | prabhat khabar graphics

अत्यधिक परिश्रम के बाद भी कार्यों में मन मुताबिक सफलता न पाना आदि बहुत से सामान्य लक्षण है जिससे कुंडली में कालसर्प का पता लगाया जा सकता है.

परिश्रम के बाद भी सफलता नहीं | prabhat khabar graphics