Bimla Kumari
अधिक नमक खाना: ज्यादा नमक खाने से किडनी खराब हो सकती है. नमक में मौजूद सोडियम ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है, जिसका किडनी पर बुरा असर पड़ता है.
मांसाहारी भोजन: मांस में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होता है. उच्च प्रोटीन आहार का सेवन करने से किडनी पर मेटाबॉलिज्म का भार बढ़ जाता है, जिससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है.
दवाएं: छोटी-मोटी दिक्कत होने पर एंटीबायोटिक्स या ज्यादा पेनकिलर लेने की आदत किडनी पर बुरा असर डाल सकती है. ऐसी दवाएं बिना डॉक्टर की सलाह के न लें.
शराब: शराब का अत्यधिक और नियमित सेवन आपके लिवर और किडनी पर बहुत बुरा प्रभाव डाल सकता है. कोल्ड ड्रिंक का अधिक सेवन भी हानिकारक होता है.
सिगरेट या तंबाकू: सिगरेट या तंबाकू के सेवन से टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इससे बीपी भी बढ़ जाता है, जिसका असर किडनी पर पड़ता है.
पेशाब रोकना: पेशाब रोकने पर मूत्राशय भर जाता है. यूरिन रिफ्लक्स की समस्या होने पर यूरिन किडनी की तरफ ऊपर की ओर आता है. इसके बैक्टीरिया से किडनी में इंफेक्शन हो सकता है.
पानी कम या ज्यादा पीना: रोजाना 8-10 गिलास पानी पीना जरूरी है. इससे कम पानी पीने से शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ किडनी के कार्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं. ज्यादा पानी पीने के बाद भी किडनी पर दबाव बढ़ जाता है.
अधिक खाना: सामान्य लोगों की तुलना में मोटे लोगों में किडनी खराब होने का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है. ज्यादा खाने से वजन तेजी से बढ़ता है इसलिए ज्यादा खाने से बचें.
सोने का अभाव: अध्ययन के अनुसार, जो लोग रोजाना 7-8 घंटे से कम सोते हैं, उनमें उच्च रक्तचाप और हृदय रोग का खतरा अधिक होता है. ऐसे में किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.