Nutan kumari
24 अक्टूबर को दशहरा यानी विजयदशमी है. इस दिन रावण का पुतला दहन किया जाता है. यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. लेकिन क्या आपको पता है कि रावण के कुछ ऐसे सपने भी थे, जो कभी पूरे नहीं हो सके. अगर रावण के सपने पूरे हो जाते तो क्या होता...
रावण शिवजी के भक्त, पंडित और ताकतवर यौद्धा थे. वह पुरी दुनिया पर कब्जा करना चाहते थे. उनका सपना था कि लोग भगवान की पूजा छोड़ उनकी पूजा करें पर यह सपना कभी पूरा नहीं हो सका.
रावण का दूसरा सपना था कि खून का रंग सफेद हो जाए ताकि उसके द्वारा की गई हत्या का पता नहीं चल सके. लंकापति रावण का तीसरा सपना था कि सारे लोग गोरे हो जाएं, ताकि कोई उसके सावंले रंग को लेकर मजाक ना उड़ायें.
रावण का चौथा सपना था कि समुद्र के पानी को मीठा करना. अगर पानी मीठा हो जाता तो किसी को पीने के पानी के लिए कभी दिक्कत नहीं होती.
रावण का पांचवा सपना था सोने में सुगंध भरने का, क्योंकि रावण सोने के शौकीन थे. उसकी पूरी लंका सोने की थी. ऐसा इसलिए चाहता था ताकि वह आसानी से सोने की तलाश कर सके.
रावण का छठा सपना था कि शराब की जो महक है वह खत्म हो जाए, ताकि मंदिर में भी लोग शराब का सेवन कर सके और किसी को कुछ पता भी न चल सके.
रावण का सातवां सपना था स्वर्ग में सीढ़ी बनाने का. वह धरती से लेकर स्वर्ग तक सीढ़ी बनाने का काम भी शुरू कर दिये थे लेकिन ऐसा जबतक हो पाता वह राम के हाथों मारे गये.