Birsa Munda Jayanti 2021: आज है बिरसा मुंडा की जयंती, जानिए उनकी शहादत के बारे में

Prabhat khabar Digital

आज झारखंड के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है.

| instagram

भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के रांची के नजदीक खूंटी जिले के उलीहातु गांव में हुआ था

| instagram

बिरसा मुंडा का जन्म मुंडा जनजाति के गरीब परिवार में पिता-सुगना पुर्ती (मुंडा) और माता-करमी पुर्ती (मुंडाईन) के घर में हुआ था.

| instagram

बिरसा मुंडा ने हिन्दू धर्म और ईसाई धर्म का बारीकी से अध्ययन किया तथा इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि आदिवासी समाज मिशनरियों से तो भ्रमित है ही हिन्दू धर्म को भी ठीक से न तो समझ पा रहा है, न ग्रहण कर पा रहा है.

| instagram

भारतीय जमींदारों और जागीरदारों तथा ब्रिटिश शासकों के शोषण की भट्टी में आदिवासी समाज झुलस रहा था. बिरसा मुंडा ने आदिवासियों को शोषण की नाटकीय यातना से मुक्ति दिलाने के लिए उन्हें तीन स्तरों पर संगठित करना आवश्यक समझा

| instagram

बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य और स्वामी विवेकानंद थे. बिरसा मुंडा की गणना महान देशभक्तों में की जाती है. ब्रिटिश हुकूमत ने इसे खतरे का संकेत समझकर बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया। वहां अंग्रेजों ने उन्हें धीमा जहर दिया था। जिस कारण वे 9 जून 1900 को शहीद हो गए.

| instagram

केंद्र सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है. बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाये जाने के निर्णय से झारखंड के खूंटी जिले के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

| instagram