Jitiya Vrat 2022: जीवित्पुत्रिका व्रत के दौरान इन नियमों का करें पालन, अन्यथा सफल नहीं होगा जितिया व्रत

Prabhat khabar Digital

जितिया व्रत में ब्रह्मचर्य का पालन करना जरूरी है. इसके साथ ही मन में किसी प्रकार का बैरभाव नहीं रखना चाहिए. इस दौरान लड़ाई-झगड़े से भी दूर रहना चाहिए.

जितिया व्रती महिलाएं | सोशल मीडिया

जितिया का व्रत के दौरान आचमन करना वर्जित माना जाता है. इसलिए जितिया व्रत में जल का एक बूंद भी ग्रहण न करें.

जितिया व्रती महिलाएं | सोशल मीडिया

आज प्रदोष काल में गाय के गोबर से पूजा स्थल को लीपकर स्वच्छ करें और छोटा सा तालाब बनाएं. जितिया में शालीवाहन राजा के पुत्र धर्मात्मा जीमूतवाहन की पूजा करें.

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जीमूतवाहन की कुश निर्मित मूर्ति को जल या फिर मिट्टी के पात्र में स्थापित करें और पीले और लाल रुई से उन्हें सजाएं. इसके बाद धूप, दीप, अक्षत, फूल, माला से उनका पूजन करें. इसके बाद आरती करें.

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महिलाएं संतान की दीर्घायु और उनकी प्रगति के लिए पूजा करें. पूजा के दौरान जीवित्पुत्रिका की व्रत कथा जरूर पढ़ें. इसके बाद सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित कर व्रत का पारण करें.

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