अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, साल 2012 से बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान देने और लड़कियों के सशक्तीकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करता है.
बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी समस्याएं अभी भी समाज में व्याप्त है. आए दिन यौन शोषण, दुष्कर्म, गैंगरेप और हत्या की खबरें सामने आती रहती हैं. दुनियाभर में बेटियों के प्रति समाज का दोहरापन दिखता है. लड़कियों को आज भी शिक्षा, पोषण, चिकित्सा, मानवाधिकार और कानूनी अधिकारों से वंचित रखा जाता है.
इस इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड (International Day of Girl Child) के उपलक्ष्य पर हम बता रहें कुछ टिप्स जो उन्हें कॉन्फिडेंट बनने में मदद करेंगी
उन्हें अपनी बॉडी से प्यार करना सिखाएं मॉम्स का अपनी बेटियों पर बहुत असर पड़ता है. वे हर चीज़ में सिर्फ आपको ही रोल मॉडेल की तरह देखती हैं. इसलिए, अपनी बेटियों को बताएं कि वे कितनी सुंदर हैं और उन्हें खुद से प्यार करना सिखाएं.
अपनी बेटी को टेक्नोलॉजी सिखाएं उसके साथ टीवी देखें और जो आप देखते हैं उसके बारे में बात करें. उन्हें बताएं कि सोशल मीडिया क्यों अच्छा है और क्यों नहीं. यह उन्हें आगे चलकर किसी तरह के साइबर क्राइम से बचाएगा.
हर कदम पर उसका साथ दें माता-पिता का साथ बच्चों के लिए सबकुछ होता है, और एक लड़की के लिए यह और भी महत्वपूर्ण है. वह जो भी करे उसका साथ दें, उसे छोटी – छोटी गलतियां करने दें.
उसे पीपल प्लीजर न बनाएं लड़कियां लोगों कि खुशी के लिए क्या क्या नहीं करती हैं. कभी उनके हिसाब से कपड़े पहनती हैं तो कभी खुलकर विचार व्यक्त नहीं कर पाती हैं. इसलिए, अपनी बच्ची को छोटी उम्र से ही खुद निर्णय लेना सिखाएं.