कपड़े खरीदते समये सबसे बड़ी मुश्किल साइज का चुनाव करने में आती है. US के मीडियम साइज वाले कपड़े भारत के ऊंची लंबी कद-काठी वालों को आते हैं लेकिन अब ये दिक्कत जल्दी ही दूर होने वाली है.
पूरी दुनिया में केवल 18 देश हैं, जहां कपड़ों या जूतों के लिए अलग साइज चार्ट हैं. अब भारत में रेडीमेड कपड़ों का बाजार इंडिया साइज के हिसाब से बदलने वाला है.
एक ऐसा सर्वे किया जा रहा है जिसमें भारतीयों की कद-काठी का माप लेकर उसी हिसाब से देश में कपड़े बनाए जाएंगे.
देश भर के 6 अलग-अलग शहरों में लोगों का नाप लेकर ये समझा जाएगा कि कैसे भारतीयों के हिसाब से साइज चार्ट बनाया जाए. दिल्ली के अलावा मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और शिलॉन्ग में ये सर्वे किया जाएगा.
वर्ष 2019 में कपड़ा मंत्रालय और NIFT यानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी ने मिलकर भारतीयों के लिए आदर्श माप की तलाश शुरू की थी.
भारतीय कपड़ा उद्योग देश का दूसरा सबसे ज्यादा नौकरी देने वाला सेक्टर है. इस सेक्टर का सालाना व्यापार करीब 14 हजार करोड़ रुपये का है.
भारतीय कपड़ा उद्योग में घरेलू खपत ही करीब 10000 करोड़ रुपये है, जबकि 4000 करोड़ रुपये का व्यापार निर्यात से होता है.