बाहर समय बिताना अपने मन को तरोताज़ा करने में मदद करता है और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है. सूरज की रोशनी आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, पर सूरज की रौशनी त्वचा को नुकसान भी पहुंचाती है
आपकी त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उनमें ऐसे फिल्टर होते हैं जो यूवी किरणों को प्रतिबिंबित या बिखेरते हैं.
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल द्वारा प्रकाशित शोध के अनुसार, हमारी त्वचा तक पहुंचने वाले यूवी रेडिएशन का लगभग 95 प्रतिशत यूवीए प्रकाश है, जो फोटोएजिंग, झुर्रियों और धब्बे जैसे प्रभावों के लिए जिम्मेदार है. यूवीबी किरणें सनबर्न का प्राथमिक कारण हैं.
ऐसे में सनस्क्रीन लगाना फायदेमंद है, क्योंकि आप धूप में बाहर निकलने में सक्षम होंगी, और फिर भी त्वचा में प्रवेश करने वाली यूवी किरणों और त्वचा के विभिन्न विकारों से सुरक्षित रहेंगी.
सनबर्न से त्वचा का काला पड़ना, एजिंग और त्वचा में रैशेज हो सकते हैं. यह सूजन, खुजली और लालिमा का कारण भी बन सकता है. सनस्क्रीन का उपयोग त्वचा संबंधी इन समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है, और मुंहासों जैसे ब्रेकआउट से भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है.
अगर बात की जाए सनस्क्रीन की तो उसका असर ठीक तरह से हो इसके लिए जरूरी है कि सनस्क्रीन स्किन में एब्सॉर्ब हो. सीधे शब्दों में कहें तो आपको एसपीएफ क्रीम लगाने के बाद ही मेकअप या अन्य प्रोडक्ट एप्लाई करने चाहिए.
सनस्क्रीन और मॉश्चराइजर में अलग-अलग इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है. सनस्क्रीन आपको सूरज की यूवी रेज़ से बचाती है और मॉश्चराइजर आपकी स्किन को हाइड्रेट और मुलायम रखने का काम करती है