देश में आए दिन सड़क दुर्घटना के बारे में सुनने को मिलता है. सही समय पर ईलाज नहीं मिलने पर घायल की जान तक चली जाती है.
सड़क हादसों के बाद ब्लीडिंग होने की सबसे ज्यादा केस देखने को मिलते हैं. अगर ब्लीडिंग हो रही है तो उस जगह पर साफ कपड़े को लपेट देना चाहिए. ताकि ब्लीडिंग बंद हो.
जांचें कि क्या व्यक्ति सांस ले रहा है और उनकी नाड़ी में कोई परिक्रिया है
एक्सीडेंट होने के बाद संभव है कि कुछ केस में मरीज अपनी गर्दन ही न हिला पाए. इसके लिए आपको खास सावधानी बरतनी होगी. आप मरीज को सीधा लेटा दें. फोन कर एंबुलेंस को बुलाएं तबतक आप कोशिश करें दि मरीज की गर्दन न हिले, उसे सीधा लिटाएं रखें.
यदि कोई पल्स नहीं है, तो सीपीआर शुरू करें. सीपीआर शुरू करने के लिए गर्दन को सीधा रखते हुए व्यक्ति को उनकी पीठ के बल लेटाएं. यदि मुंह से खून बह रहा है या, व्यक्ति उल्टी कर रहा है, तो उन्हें अपनी तरफ मोड़ें. यह प्रक्रिया व्यक्ति को घुटन से बचाने में लाभयक होगा.
यदि घायल व्यक्ति हिल नहीं रहा है और वे एक अजीब स्थिति में हैं, तो उन्हें उचित सहायता और समर्थन के बिना स्थानांतरित न करें. तुरंत मदद लें. उन्हें रीढ़ की हड्डी में आघात का सामना करना पड़ा हो सकता है.
आमतौर पर दुर्घटना के शिकार लोग सदमे के कारण अत्यधिक ठंड महसूस करते हैं. इसलिए जीवित रखने के उन्हें शरीर का तापमान गर्म रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्हें किसी शर्ट, क्लॉथ शीट, जैकेट आदि के उपयोग से कवर कर सकते हैं.