दिवाली पर बच्चों की मस्ती तो 4-5 दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैकिसी भी अनहोनी घटना से बचे रहना है, तो पेरेंट्स दिवाली (Diwali safety tips) पर बच्चों को कुछ बातें समझाएं
| Prabhat Khabar Graphics
जो व्यक्ति अस्थमा से पीड़ित हैं, उन्हें अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. ध्यान रखें कि इन्हेलर अपने पास ही रखें ताकि अचानक किसी तरह की कोई परेशानी होने पर आप इसका तुरंत इस्तेमाल कर सकें.
| Prabhat Khabar Graphics
बच्चों के लिए पटाखे खरीद रहे हैं, तो सरकारी लाइसेंस प्राप्त दुकानों से अच्छी क्वालिटी के पटाखे खरीदें. तेज आवाज करने वाले बड़े-बड़े बम बच्चों को ना दें जलाने के लिए। ऐसे पटाखों को पेरेंट्स ही जलाएं तो सभी के लिए सुरक्षित होगा.
| Prabhat Khabar Graphics
अगर आपको पटाखे जलाने का बहुत मन है तो आप मार्केट में मिलने वाले ग्रीन पटाखों का उपयोग करें. इन पटाखों से ध्वनि प्रदूषण के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी कम होता है. यह वातावरण को बेहद कम नुकसान पहुंचाते है.
| Prabhat Khabar Graphics
दिवाली की शाम बच्चों को नेट, सैटिन, वेलवेट, सिल्क, जॉर्जेट आदि फैब्रिक के ड्रेस ना पहनाएं. अगर पहनाना है तो पूजा करते समय पहनाएं और फिर जब पटाखे जलाने हों, तो उस समय कॉटन के कपड़े पहना दें.
| Prabhat Khabar Graphics
घर के अंदर पटाखा नहीं जलाये. भीड़भाड़ वाले इलाके में रॉकेट नहीं छोड़े, पटाखा जलाते वक्त पास में बाल्टी में पानी भर कर जरूर रखे
| Prabhat Khabar Graphics
आंख को किसी भी तरह से रगड़े नहीं अन्यथा आंख की रौशनी जा सकती है.
| Prabhat Khabar Graphics