बाबा मंदिर में सालोंभर रहती थी भीड़, कोरोना के कारण अब छाई है वीरानी, अर्थव्यवस्था भी चौपट

Prabhat khabar Digital

झारखंड के बाबाधाम मंदिर को खोलने के लिए पिछले लंबे समय से मांग चल रही है लेकिन सरकार की तरफ से कोई निर्देश नहीं आया है.

| Twitter

इसे लेकर वहां के स्थानीय लोग खासा नराज हैं. खास कर के पंडा समाज के लोग.

| Twitter

सोमवार को बाबा मंदिर को खोलने की मांग को लेकर देवघर बंद का आह्वान किया गया था.

| Twitter

जिले में हर साल 80 लाख शिवभक्त आते हैं, इससे न सिर्फ मंदिर के पुजारियों की स्थिति अच्छी रहती है बल्कि मंदिर के अगल बगल लगने वाली होटल व्यवसायियों और दुकानदार की भी अच्छी कमाई होती है.

| Twitter

इसी तरह पेड़ा, चूड़ा, चूड़ी और सिंदूर का कारोबार वालों को प्रति वर्ष करोड़ों की आय होती है.

| Twitter

भक्तों के आने से यहां के धर्मशाला या होटल मालिकों की भी अच्छी कमाई होती थी लेकिन बंद रहने से उनकी भी माली हालत खास्ता हो चली है.

| Twitter

कुल मिला कर अगर देखा जाए तो बाजार बिल्कुल ठप से हो गया है. क्यों कि मंदिर से ही सबकी आमदनी जुड़ी हुई है.

| Twitter

2020 व 2021 में श्रावणी मेला नहीं लगा जिसके वजह से यहां के लोग काफी निराश हैं

| Twitter