झारखंड के बाबाधाम मंदिर को खोलने के लिए पिछले लंबे समय से मांग चल रही है लेकिन सरकार की तरफ से कोई निर्देश नहीं आया है.
इसे लेकर वहां के स्थानीय लोग खासा नराज हैं. खास कर के पंडा समाज के लोग.
सोमवार को बाबा मंदिर को खोलने की मांग को लेकर देवघर बंद का आह्वान किया गया था.
जिले में हर साल 80 लाख शिवभक्त आते हैं, इससे न सिर्फ मंदिर के पुजारियों की स्थिति अच्छी रहती है बल्कि मंदिर के अगल बगल लगने वाली होटल व्यवसायियों और दुकानदार की भी अच्छी कमाई होती है.
इसी तरह पेड़ा, चूड़ा, चूड़ी और सिंदूर का कारोबार वालों को प्रति वर्ष करोड़ों की आय होती है.
भक्तों के आने से यहां के धर्मशाला या होटल मालिकों की भी अच्छी कमाई होती थी लेकिन बंद रहने से उनकी भी माली हालत खास्ता हो चली है.
कुल मिला कर अगर देखा जाए तो बाजार बिल्कुल ठप से हो गया है. क्यों कि मंदिर से ही सबकी आमदनी जुड़ी हुई है.
2020 व 2021 में श्रावणी मेला नहीं लगा जिसके वजह से यहां के लोग काफी निराश हैं