कुछ लोगों को च्यूइंग गम खाने की आदत बहुत ज्यादा होती है. आपको पता है कि च्यूइंग गम खाने की आदत आपको सेहतमंद भी बना सकती है
डबल चिन, यानी अगर आपके गर्दन के पास मोटापा दिखाई देना शुरू हो गया है, तो च्यूइंग गम चबाने से अच्छी एक्सरसाइज और कोई भी हो ही नहीं सकती.
च्युइंग गम चबाने से मुंह में सलाइवा ज्यादा बनता है. यह दांतों में कीड़े लगने, कैविटी की समस्या से भी निजात दिलाता है. हालांकि इसे लिए कोई भी आम च्युइंग गम नहीं बल्कि शुगर फ्री च्युइंग गम खानी होगी.
च्यूइंग गम आंत की गतिशीलता में सुधार करता है. जब आप इसे चबाते हैं, तो उस दौरान मुंह में ज्यादा स्लाइवा बनता है, जो डाइजेस्टिव एसिड को पेट से मुंह तक आने से रोकता है
जब आप च्यूइंग गम चबाते हैं, तो हिप्पोकैम्पस अधिक सक्रिय हो जाता है. हिप्पोकैम्पस मस्तिष्क का वह हिस्सा है, जो यादद्दाश्त में गहरी भूमिका अदा करता है. स्मरण-शक्ति बढ़ाने के साथ ही च्यूइंग गम से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ाने में मदद करता है.
बचपन में आपके पैरंट्स ने भी आपको यह सलाह जरूर दी होगी कि च्युइंगम (Chewing Gum) को गलती से भी निगलना नहीं चाहिए वरना वह 7 सालों तक पेट में ही रहता है और बाहर नहीं निकल पाता जिससे सेहत को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं.
अगर कोई व्यक्ति गलती से एक च्युइंगम निगल ले और वह पेट में चली जाए तो आपका शरीर उसे पचा नहीं पाएगा और अघुलनशील (Insoluble) होने की वजह से वह करीब 40 घंटे तक पेट में ही रहेगा और फिर स्टूल के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाएगा.