67 फीसदी महिलाएं अपनी सेहत से जुड़ी समस्याओं के बारे में बात करने से हिचकती हैं.
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb
22 से 55 तक उम्र की 59 फीसदी कामकाजी महिलाएं सेहत संबंधी समस्याओं के कारण नौकरी छोड़ देती हैं.
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb
52 फीसदी महिलाओं के पास नौकरी, पारिवारिक दायित्वों के साथ स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए समय नहीं है.
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb
महिलाओं का कहना है कि जब हमारी सेहत की बात आती है, तो 80 फीसदी पुरुष सहयोगी संवेदनशील नहीं होते हैं.
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb
66 फीसदी ने कहा, गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं के कारण महिलाओं को शादी के योग्य नहीं माना जाता है.
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb
84 फीसदी कामकाजी महिलाओं ने बताया, पीरियड के दौरान पूजा स्थलों, रसोई और पवित्र स्थानों पर जाने से मना किया जाता है.
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb
महिलाओं ने माना, स्वास्थ्य के बारे में बात करना समाज में माना जाता है वर्जित
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb
रिपोर्ट के अनुसार, देश में महिलाएं कार्यस्थल पर सेहत से जुड़ी समस्याओं-पीरियड्स, ब्रेस्ट कैंसर, गर्भाशय समेत तमाम समस्याओं पर बात करने से हिचकती हैं.
सेहत के बारे में बताने से हिचकती हैं 67 फीसदी महिलाएं | fb