भागलपुर: रिक्शा चालक पवन पासवान हत्याकांड की जांच में कई तथ्यों का खुलासा हुआ है.जांच में अब यह लगभग तय हो चुका है कि हत्यारे पवन से परिचित थे. किसी पहचान वाले ने ही पवन की हत्या की. विश्वास में लेकर पवन को चाकू व गड़ासा के प्रहार कर मारा गया.
इस मामले में विवि पुलिस धोरैया पुलिस से भी मदद ले रही है. गुरुवार को भागलपुर पुलिस मामले की जांच करने धोरैया भी गयी थी. पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड का तार पवन के गांव से जुड़ा है. क्योंकि पवन की हत्या का तरीका जोरदार आक्रोश को व्यक्त करता है. अपराधियों ने पवन के पीठ पर 20 से 25 बार चाकू व गड़ासा से प्रहार किया था. हत्या से पूर्व पवन ने अपराधियों के साथ खाया-पीया भी था. इस बात का सबूत घटनास्थल पर मिला है. पुलिस ने मौके से शराब की बोतल, ग्लास, चखना आदि बरामद किया था.
पुलिस के शक की सूई खड़ौधा जोठा पंचायत के मुखिया पति संजय सिंह, पूर्व मुखिया प्रदीप सिंह, वर्तमान पंचायत समिति सदस्य गौतम सिंह पर घूम रही है. पुलिस इन तीनों से पवन के संबंध की जांच कर रही है. पुलिस मुखिया पति के अवैध संबंध और अय्याशी की दिशा में जांच कर रही है. पवन पासवान द्वारा पंचायत के पूर्व मुखिया प्रदीप सिंह और उसके सहयोगी अनीस चौहान के खिलाफ धोरैया थाने में दर्ज करायी गयी धोखाधड़ी को भी इस मामले से जोड़ कर देख रही है.